पैलियोन्टोलॉजी (जीवाश्म विज्ञान) की दुनिया में, वैज्ञानिकों को अक्सर विशाल डायनासोर के अवशेष मिलते हैं। लेकिन यह पहली बार हुआ है कि किसी डायनासोर का जीवाश्म इतना भारी था कि उसे ले जाते समय गाड़ी पलट गई और सड़क में दरार आ गई।
यह अविश्वसनीय घटना अर्जेंटीना के पेटागोनिया में हुई, जहाँ वैज्ञानिकों ने एक नए 'टाइटेनोसॉर' (titanosaur) प्रजाति की खोज की है। इस विशालकाय जानवर का नाम चुकारोसॉरस डिरिपिएन्डा (Chucarosaurus diripienda) रखा गया है।
सड़क टूटने की 'वज़नदार' कहानी
यह खोज पेटागोनिया के रियो नीग्रो प्रांत में 2018 में शुरू हुई थी। जब वैज्ञानिकों की टीम इन भारी जीवाश्मों को एक वैन में लादकर स्टडी के लिए ब्यूनस आयर्स ले जा रही थी, तब यह हादसा हुआ।
- क्या हुआ: जीवाश्मों का वज़न इतना ज़्यादा था कि वैन का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गई।
- नतीजा: वैन के पलटने से न सिर्फ़ गाड़ी को नुकसान हुआ, बल्कि उस जीवाश्म के ज़ोरदार असर से सड़क की डामर (asphalt) में भी दरारें आ गईं।
- सौभाग्य से, इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ और जीवाश्म (जो पत्थर की तरह सख़्त थे) भी सुरक्षित बच गए।
कितना विशाल था 'चुकारोसॉरस'?
यह डायनासोर, जो आज से लगभग 90 मिलियन वर्ष पहले (क्रेटेशियस युग में) रहता था, एक सच्चा दानव था।
- लंबाई: लगभग 100 फीट (30 मीटर), जो तीन स्कूल बसों से भी ज़्यादा है।
- वज़न: 40 से 50 टन (लगभग 45,000 किलोग्राम) के बीच, जो 8-10 हाथियों के बराबर है।
- सबसे बड़ा सबूत: वैज्ञानिकों को इसकी जांघ की हड्डी (femur) मिली है, जो अकेले 1.9 मीटर (6.2 फीट) लंबी है। यह हड्डी 100 से अधिक टुकड़ों में मिली थी।
नाम के पीछे का 'गहरा' राज
इस डायनासोर का नाम इसके आकार और इसके साथ हुए हादसे को पूरी तरह बयां करता है:
- चुकारो (Chucaro): यह एक स्थानीय क्वेशुआ (Quechua) शब्द है, जिसका अर्थ है "सख़्त और अदम्य" (hard and indomitable)।
- डिरिपिएन्डा (diripienda): यह लैटिन भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है "बिखरा हुआ" (scrambled), जो इस बात का प्रतीक है कि कैसे इसकी हड्डियाँ बिखरी हुई मिलीं और ट्रांसपोर्ट के दौरान भी बिखर गईं।
वैज्ञानिकों के लिए, इस खोज की असली अहमियत इसका आकार नहीं, बल्कि इसका 'अनोखा' शरीर है।
हमारा 'बेहतर और गहरा' प्लान (The Strategy):
यह अन्य विशाल टाइटेनोसॉर (जैसे पैटागोटाइटन या अर्जेण्टीनोसॉरस) से अलग है। आमतौर पर, यह माना जाता है कि जितने भारी जानवर होते हैं, उनकी हड्डियाँ उतनी ही मोटी और मज़बूत होती हैं।
लेकिन चुकारोसॉरस इस नियम को तोड़ता है।
इसके शरीर के विशाल आकार की तुलना में, इसकी जांघ और हाथ-पैर की हड्डियाँ "असामान्य रूप से पतली" (unusually slender) हैं। यह खोज इस धारणा को चुनौती देती है कि सभी विशालकाय डायनासोर एक जैसे दिखते थे। यह संकेत देता है कि शायद 'चुकारोसॉरस' अपने वज़न के बावजूद, पहले सोचे गए डायनासोरों से ज़्यादा 'चुस्त' (agile) या अलग तरीके से चलता था।
यह खोज पेटागोनिया के प्रसिद्ध 'हुइनकुल फॉर्मेशन' (Huincul Formation) में हुई है, जो टाइटेनोसॉर के जीवाश्मों के लिए एक 'खज़ाना' माना जाता है।

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